कई बार बच्चों को दूध पिलाते हुए माताओं के क्रेक निप्पल से खून निकलने लगता है। इसी वजह से महिलाएं शिशुओं को दूध पिलाना बंद कर देती हैं। हालांकि, कुछ घरेलू नुस्खों से इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।
बर्फ के टुकड़े
क्रैक निप्पल की समस्या के लिए बर्फ की सिकाई बहुत कारगर साबित हो सकती है। इसके लिए एक सूती कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़े डालें और उसे कुछ मिनटों तक निप्पल पर लगाकर रखें।
ऑलिव ऑयल
इस घरेलू नुस्खे के लिए गुनगुने पानी में एक चम्मच ऑलिव ऑयल और एक बूंद टी ट्री ऑयल डालें। रूई को इस मिश्रण में भिगोकर निप्पल पर लगाएं और कुछ देर सूखने दें। थोड़े समय बाद पानी से निप्पल को अच्छी तरह धो लें।
एप्पल साइडर विनेगर
क्रैक निप्पल में हो रहे दर्द से राहत के लिए एक कप पानी में एक बड़ा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं। बच्चे को स्तनपान कराने के बाद, इस मिश्रण में रुई को डुबोकर निप्पल पर लगा लें। बाद में नारियल तेल को अपने निप्पल्स पर लगाएं।
एलोवेरा
इस घरेलू नुस्खे के लिए एलोवेरा की पत्ती को काटकर उसके अंदर का जेल निप्पल्स पर लगा लें। बाजारों में मिलने वाले एलोवेरा जेल में कुछ मिलावट हो सकती है, इसलिए नेचुरल एलोवेरा का इस्तेमाल करें।
टी बैग्स
क्रैक निप्पल्स को ठीक करने के लिए टी बैग्स भी अच्छा ऑप्शन है। इसके लिए टी बैग्स को कुछ देर के लिए गर्म पानी में भिगो दें। इसके बाद उन्हें निचोड़ें और अपने निपल्स पर रखें। कुछ देर बाद निप्पल्स को पानी से धोना न भूलें।
नमक का पानी
क्रैक निप्पल्स से बचाव के लिए आप एक कटोरी में साफ पानी लें, उसमें थोड़ा सा नमक डालें और निप्पल को पानी में भिगोएं। इस घरेलू नुस्खे को अपनाते समय हमेशा ताजे पानी का इस्तेमाल करें।
नर्सिंग पैड बदलती रहें
नर्सिंग पैड को गीले होते ही तुरंत बदल लें। इससे आपके निपल्स पर नमी रह जाएगी और उपचार प्रक्रिया में देरी होगी। इसके साथ ही एयर फ्लो भी रुकने लगेगा।
क्रैक निप्पल्स की वजह से शिशुओं को दूध पिलाना बंद करना सही नहीं है। आप ऊपर बताई हुई रेमेडीज के साथ इस समस्या से निजात पा सकती हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए पढ़ें onlymyhealth.com